
Maa kaa Daman

Love of a mother is unconditional
No Matter what is the situation
माँ के दामन को छोड़ दिया।
अपने पैरों पर खड़ा क्या हो गया। (2)
तू समझता है तु चलना सीख गया।
तुम मत भूल उंगली पकड़कर चलना किस ने सिखाया।
हर बार गिरने पर संभलना किस ने सिखाया।
पर हाँ तूही था जिसने माँ के दामन को छोड़ दिया।
जिस माँ ने उसे तुझ से मिलाया था। (2)
हाँ उसी के बहकावे में तु आया था।
तब तुने माँ के दामन को छोड़ा था।
ओर हाँ तूही था जिसने बीवी का पल्लू पकड़ा था।
उसके साथ जीना तो तूने सीख लिया। (2)
पर उसकी असलियत न पहचान पाया।
पर हाँ तूही था जिसने माँ के दामन को छोड़ दिया।
जिस दिन तूने माँ को अकेला छोड़ा था। (2)
उसी दिन खुद को जिंदा जलाया था।
हां तब तुझे जलने का एहसास नहीं हुआ था। (2)
पर सच्चाई वो रब जानता था जिसने तुझे बनाया था।
कि ऐक दिन पछतावे में तो फूट-फूट के रोने वाला था।
दौलत को तो तूने अच्छे से कमा लिया। (2)
पर तेरी रंगीन जिंदगी में तनाव इतना की,
हर रोज खानी पड़ती है दवाइया।
क्युकी तूही था जिसने माँ के दामन को छोड़ दिया।
हाँ तूही था जिसने माँ के दामन को छोड़ दिया।
– Bhavin Joshi
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